यहाँ सभी प्रश्नों के उत्तर
उनके कारणों के साथ दिए गए हैं:
- दंत विशेषज्ञ किस दर्पण का उपयोग करता है?
- उत्तर: (b) अवतल
दर्पण
- व्याख्या: अवतल दर्पण में प्रतिबिंब बड़ा दिखाई देता है, जो दंत विशेषज्ञ को दांतों का निरीक्षण करने में मदद करता है।
- कौन-सा लेंस अपसारी लेंस कहलाता है?
- उत्तर: (a) अवतल
लेंस
- व्याख्या: अवतल लेंस प्रकाश किरणों को बाहर की ओर विक्षेपित करता
है, इसलिए इसे अपसारी लेंस कहते हैं।
- पुतली के आकार को कौन नियंत्रित करता है?
- उत्तर: (b) परितारिका
- व्याख्या: परितारिका पुतली के आकार को बदलती है ताकि रोशनी की मात्रा
को नियंत्रित किया जा सके।
- किस दृष्टि दोष को द्विफोकसी लेंस से ठीक किया
जा सकता है?
- उत्तर: (c) जरा-दूर
दृष्टिता
- व्याख्या: जरा-दूर दृष्टिता दोष में व्यक्ति को दूर और पास दोनों
चीजें धुंधली दिखती हैं, और इसे द्विफोकसी लेंस से ठीक
किया जा सकता है।
- अवतल दर्पण में बक्रता केंद्र पर रखी वस्तु का
प्रतिबिंब कहाँ बनेगा?
- उत्तर: (b) बक्रता
केंद्र पर
- व्याख्या: अवतल दर्पण में बक्रता केंद्र पर रखी वस्तु का
प्रतिबिंब उसी स्थान पर बनता है।
- छोटे अक्षर पढ़ने के लिए कौन-सा लेंस उपयुक्त है?
- उत्तर: (a) उत्तल
लेंस
- व्याख्या: उत्तल लेंस आवर्धक के रूप में कार्य करता है, जिससे छोटे अक्षर बड़े दिखाई देते हैं।
- विद्युत विभवान्तर का SI मात्रक क्या है?
- उत्तर: (a) वोल्ट
- व्याख्या: विद्युत विभवान्तर को वोल्ट में मापा जाता है।
- लघुपथन में परिपथ में धारा का मान क्या होता है?
- उत्तर: (c) बहुत
अधिक बढ़ जाता है
- व्याख्या: लघुपथन में प्रतिरोध बहुत कम हो जाता है जिससे धारा का
मान अचानक बढ़ जाता है।
- फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम में धारा की दिशा
कौन-सी उंगली दर्शाती है?
- उत्तर: (b) माध्यमा
- व्याख्या: फ्लेमिंग के बाएं हाथ के नियम में माध्यमा धारा की दिशा
को दर्शाती है।
- किसी चालक का प्रतिरोध किन बातों पर निर्भर करता
है?
- उत्तर: (d) इनमें
सभी
- व्याख्या: चालक का प्रतिरोध उसकी लंबाई, पदार्थ
और तापमान पर निर्भर करता है।
- किस धातु का उपयोग परिनालिका के क्रोड़ बनाने के
लिए किया जाता है?
- उत्तर: (c) लोहा
- व्याख्या: लोहे में चुंबकीय गुण होते हैं, इसलिए
इसे परिनालिका के क्रोड़ के लिए उपयोग किया जाता है।
- सौर कुकर में कौन-सा दर्पण उपयोगी होता है?
- उत्तर: (c) अवतल
दर्पण
- व्याख्या: अवतल दर्पण सूर्य की किरणों को एक स्थान पर एकत्र करता
है, जिससे अधिक गर्मी उत्पन्न होती है।
- चिपको आंदोलन का उद्देश्य क्या था?
- उत्तर: (b) वृक्षों
को
- व्याख्या: चिपको आंदोलन का उद्देश्य वृक्षों की सुरक्षा करना था।
- दीवारों की सफेदी के लिए कौन-सा विलयन उपयोग
होता है?
- उत्तर: (b) Ca(OH)₂
- व्याख्या: दीवारों की सफेदी के लिए Ca(OH)₂ (बुझे
हुए चूने) का उपयोग होता है।
- Na₂SO₄ + BaCl₂ → BaSO₄ + 2NaCl किस
प्रकार की अभिक्रिया है?
- उत्तर: (c) द्वि
विस्थापन अभिक्रिया
- व्याख्या: इसमें यौगिक के तत्व आपस में स्थान बदलते हैं, इसलिए इसे द्वि विस्थापन कहते हैं।
- बुझा हुआ चूना क्या है?
- उत्तर: (b) Ca(OH)₂
- व्याख्या: Ca(OH)₂ को बुझा हुआ चूना कहते हैं।
- Na₂CO₃ का जलीय विलयन का pH
कितना होता है?
- उत्तर: (b) 7 से
अधिक
- व्याख्या: Na₂CO₃ क्षारीय होता है, इसलिए
इसका pH 7 से अधिक होता है।
- बॉक्साइट किस धातु का अयस्क है?
- उत्तर: (c) एल्युमिनियम
- व्याख्या: बॉक्साइट में एल्युमिनियम के यौगिक पाए जाते हैं।
- लोहा और इस्पात को जंग से बचाने के लिए किस धातु
की परत चढ़ाई जाती है?
- उत्तर: (d) जिंक
- व्याख्या: जिंक की परत चढ़ाने से जंग से सुरक्षा मिलती है।
- कौन-सा यौगिक गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस
में बदल जाता है?
- उत्तर: (b) जिप्सम
- व्याख्या: जिप्सम को गर्म करने पर यह प्लास्टर ऑफ पेरिस बनाता है।
- प्रोपेनोन में कौन-सा प्रकार्यात्मक समूह होता
है?
- उत्तर: (c) -CO
- व्याख्या: प्रोपेनोन में कार्बोनिल (-CO) समूह
होता है।
- ऐसेटिक अम्ल का IUPAC नाम क्या है?
- उत्तर: (a) ऐथेनॉइक
अम्ल
- व्याख्या: ऐसेटिक अम्ल का IUPAC नाम ऐथेनॉइक
अम्ल है।
- विद्युत अपघटनी परिष्करण में अशुद्ध धातु को
कहाँ रखा जाता है?
- उत्तर: (a) एनोड
- व्याख्या: अशुद्ध धातु को एनोड पर रखते हैं ताकि इसे शुद्ध किया जा
सके।
- 'अष्टक सिद्धांत' किसने प्रस्तुत किया?
- उत्तर: (c) मेन्डेलीफ
- व्याख्या: 'अष्टक सिद्धांत' मेन्डेलीफ द्वारा
प्रस्तुत किया गया था।
- आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार तत्वों का गुण धर्म
किस पर निर्भर करता है?
- उत्तर: (b) परमाणु
संख्या का आवर्त फलन है
- व्याख्या: आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार, गुण
धर्म परमाणु संख्या पर निर्भर करता है।
- कौन-सा आयन लाल लिटमस को नीला कर सकता है?
- उत्तर: (b) OH⁻
- व्याख्या: OH⁻ क्षारीय होता है, जो लाल लिटमस
को नीला करता है।
- पादप में जाइलम किसके लिए उत्तरदायी है?
- उत्तर: (a) जल का
वहन
- व्याख्या: जाइलम पादप में जल के परिवहन का कार्य करता है।
- कोशिका की 'ऊर्जा मुद्रा' क्या है?
- उत्तर: (b) ATP
- व्याख्या: ATP को कोशिका की ऊर्जा मुद्रा कहा जाता है, क्योंकि यह ऊर्जा संचारित करता है।
- पत्तियों में गैसों का आदान-प्रदान कहाँ होता है?
- उत्तर: (b) रंध्र
- व्याख्या: पत्तियों में रंध्र (स्टोमाटा) से गैसों का आदान-प्रदान
होता है।
- हृदय से रक्त को सम्पूर्ण शरीर में पंप कौन करता
है?
- उत्तर: (b) निलय
- व्याख्या: निलय रक्त को पूरे शरीर में पंप करते हैं।
- कौन-सा हार्मोन पत्तियों के मुरझाने के लिए
जिम्मेदार है?
- उत्तर: (c) एब्सिसिक
अम्ल
- व्याख्या: एब्सिसिक अम्ल पौधों में मुरझाने की प्रक्रिया को
उत्तेजित करता है।
- जड़ की अधोगामी वृद्धि किस कारण होती है?
- उत्तर: (b) गुरुत्वानुवर्तन
- व्याख्या: जड़ गुरुत्वानुवर्तन के प्रभाव से नीचे की ओर बढ़ती है।
- पॉन्स, मेडुला और अनुमस्तिष्क किसका हिस्सा हैं?
- उत्तर: (c) पश्च
मस्तिष्क
- व्याख्या: ये सभी भाग पश्च मस्तिष्क में आते हैं।
- निम्नलिखित में कौन-सी क्रिया अनैच्छिक नहीं है?
- उत्तर: (b) चबाना
- व्याख्या: चबाना एक ऐच्छिक क्रिया है, जिसे
हम अपनी मर्जी से कर सकते हैं।
- अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा किसमें होता है?
- उत्तर: (b) यीस्ट
में
- व्याख्या: यीस्ट में मुकुलन द्वारा जनन होता है।
- शुक्राणु का निर्माण कहाँ होता है?
- उत्तर: (a) वृषण में
- व्याख्या: शुक्राणु वृषण में निर्मित होते हैं।
- पुष्प का कौन-सा भाग फल बनता है?
- उत्तर: (d) अंडाशय
- व्याख्या: अंडाशय में बीज बनने के बाद यह फल में परिवर्तित होता
है।
- लिंग गुण-सूत्र का पूरा जोड़ा कहाँ पाया जाता है?
- उत्तर: (c) पुरुष और
स्त्री दोनों में
- व्याख्या: स्त्री और पुरुष दोनों में पूर्ण लिंग गुणसूत्र जोड़ा
होता है।
- मानव कोशिका में गुणसूत्रों के कितने युग्म होते
हैं?
- उत्तर: (c) 23
- व्याख्या: मानव कोशिका में 23 युग्म गुणसूत्र
होते हैं।
- किस समूह में केवल जैव निम्नीकरण पदार्थ हैं?
- उत्तर: (a) घास,
पुष्प तथा चमड़ा
- व्याख्या: घास, पुष्प और चमड़ा जैव
निम्नीकरणीय पदार्थ हैं जो पर्यावरण में आसानी से विघटित हो सकते हैं।
यहाँ दिए गए सभी लघु और दीर्घ
उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर निम्नलिखित हैं:
लघु उत्तरीय प्रश्न [4×3 = 12]
- दर्पण क्या हैं? अवतल एवं उत्तल दर्पण में अंतर
स्पष्ट करें।
- उत्तर:
- दर्पण: एक चिकनी, चमकदार सतह जो प्रकाश
को प्रतिबिंबित करती है, उसे दर्पण कहते हैं।
- अवतल दर्पण: अवतल दर्पण में परावर्तक सतह अंदर की ओर होती है,
जिससे यह प्रकाश को केंद्र की ओर एकत्रित करता है। इसका
उपयोग टॉर्च, हेडलाइट्स और मेकअप दर्पण में किया जाता
है।
- उत्तल दर्पण: उत्तल दर्पण में परावर्तक सतह
बाहर की ओर होती है, जिससे यह प्रकाश को विक्षेपित
करता है। इसका उपयोग गाड़ी के साइड मिरर और सुरक्षा दर्पणों में किया जाता
है।
- किसी अवतल दर्पण द्वारा वस्तु का आभासी एवं
आवर्धित प्रतिबिंब बनाने हेतु वस्तु की स्थिति कहाँ होनी चाहिए? किरण आरेख दें।
- उत्तर:
- किसी अवतल दर्पण में आभासी और आवर्धित
प्रतिबिंब बनाने के लिए वस्तु को फोकस और ध्रुव के बीच रखा जाना चाहिए।
- किरण आरेख:
(चित्र बनाएं जिसमें ध्रुव, फोकस और केंद्र दिखाएं, और वस्तु को ध्रुव एवं फोकस के बीच रखें, जिससे दर्पण के दूसरी ओर बड़ा, सीधा, और आभासी प्रतिबिंब बने।) - प्रकाश का अपवर्तन क्या है? इसके नियमों को लिखें।
- उत्तर:
- प्रकाश का अपवर्तन: जब प्रकाश की किरणें एक
माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती हैं, तो उनकी
गति में बदलाव के कारण वे मुड़ जाती हैं, इस घटना को
अपवर्तन कहते हैं।
- अपवर्तन के नियम:
- आपतित किरण, अपवर्तित किरण और अभिलंब सभी एक ही तल में होते हैं।
- आपतन कोण और अपवर्तन कोण का अनुपात (साइन का
अनुपात) माध्यम के परावर्तनांक के बराबर होता है।
- लेंस की क्षमता किसे कहते हैं? इसके S.I. मात्रक क्या हैं?
- उत्तर:
- लेंस की क्षमता: लेंस की क्षमता लेंस की फोकस
दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होती है। इसे P=1/f (फोकस दूरी मीटर में) द्वारा व्यक्त किया जाता है।
- S.I. मात्रक: लेंस की क्षमता का S.I.
मात्रक डायोप्टर (D) है।
- वर्ण-विक्षेपण क्यों होता है? चित्र के साथ वर्णन करें।
- उत्तर:
- वर्ण-विक्षेपण: जब श्वेत प्रकाश किसी प्रिज्म
से गुजरता है, तो यह अपने विभिन्न रंगों में विभाजित
हो जाता है। इस प्रक्रिया को वर्ण-विक्षेपण कहते हैं, क्योंकि विभिन्न रंगों के प्रकाश की अपवर्तनांक में भिन्नता होती
है।
- चित्र: (चित्र में एक प्रिज्म बनाएं जिसमें श्वेत प्रकाश
प्रवेश कर रहा है और विभिन्न रंगों में विभाजित होकर बाहर निकल रहा है।)
- व्याख्या करें कि तारे क्यों टिमटिमाते हैं?
- उत्तर:
- तारे टिमटिमाते हैं क्योंकि जब उनकी प्रकाश
किरणें पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती हैं, तो वायुमंडल के विभिन्न परतों
की घनत्व में असमानता के कारण अपवर्तन होता है। इससे तारे की स्थिति में
लगातार परिवर्तन प्रतीत होता है, जो टिमटिमाने का
एहसास देता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न [1×5 = 5]
- 5 cm लंबा कोई बिम्ब 10 cm
फोकस-दूरी के अभिसारी लेंस से 25 cm की
दूरी पर रखा जाता है। प्रकाश किरण आलेख खींचकर बननेवाले प्रतिविम्ब की स्थिति,
साइज तथा प्रकृति ज्ञात करें।
- उत्तर:
- स्थिति: चित्र बनाएं जिसमें वस्तु को फोकस से परे रखा गया है,
और प्रतिविम्ब फोकस के दूसरी ओर वास्तविक और उल्टा बनेगा।
- प्रकृति: प्रतिविम्ब वास्तविक, उल्टा और
आवर्धित होगा।
- प्रतिविम्ब की स्थिति: प्रतिविम्ब लेंस के दूसरी ओर
फोकस और लेंस के बीच बनेगा।
- विद्युत मोटर क्या है? इसके सिद्धांत एवं संरचना का
सचित्र वर्णन करें।
- उत्तर:
- विद्युत मोटर: यह एक उपकरण है जो विद्युत
ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
- सिद्धांत: विद्युत मोटर फ्लेमिंग के बाएँ हाथ के नियम पर आधारित
होती है। जब किसी धारावाही चालक पर चुंबकीय क्षेत्र में बल लगाया जाता है,
तो वह चालक घूर्णन करने लगता है।
- संरचना: (चित्र बनाएं जिसमें एक मोटर का आरेख हो, जिसमें आर्मेचर, स्थायी चुंबक, बैटरी, और ब्रश आदि दिखाए गए हों।
लघु उत्तरीय प्रश्न [4×3 = 12]
- संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित
करना क्यों आवश्यक है?
- उत्तर:
- संतुलित रासायनिक समीकरण: एक रासायनिक समीकरण जिसमें
प्रतिक्रिया के दोनों पक्षों में परमाणुओं की संख्या समान होती है, उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते हैं।
- आवश्यकता: संतुलित समीकरण से प्रतिक्रिया में परमाणुओं का
संरक्षण सुनिश्चित होता है, जिससे रासायनिक
प्रतिक्रिया का सही विवरण मिलता है।
- अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का संचालन क्यों
करता है?
- उत्तर: अम्ल का जलीय विलयन में अम्ल के अणु आयनों में विभाजित
होते हैं, जिससे यह विद्युत का संचालन करता है। ये आयन
इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह को संभव बनाते हैं।
- क्या होता है जब सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया
ऐलुमिनियम के साथ होती है? संतुलित
रासायनिक समीकरण दें।
- उत्तर:
- सल्फ्यूरिक अम्ल और ऐलुमिनियम की प्रतिक्रिया
में हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है और ऐलुमिनियम सल्फेट बनता है।
- समीकरण: 2Al+3H2SO4→Al2(SO4)3+3H2↑
- विरंजक चूर्ण क्या है? इसका रासायनिक नाम, सूत्र एवं उपयोग लिखें।
- उत्तर:
- विरंजक चूर्ण: यह एक रासायनिक यौगिक है जो
ब्लीचिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है।
- रासायनिक नाम: कैल्शियम हाइपोक्लोराइट
- सूत्र: Ca(OCl)2Ca(OCl)_2Ca(OCl)2
- उपयोग: कपड़े धोने, पेयजल शुद्धिकरण और
कीटाणुशोधन में।
- सोना, चाँदी और प्लैटिनम के आभूषण बनाए जाते हैं। क्यों?
- उत्तर: सोना, चाँदी और प्लैटिनम
स्थायित्व, चमक और संक्षारण-प्रतिरोधी गुणों के कारण
आभूषणों में उपयोग किए जाते हैं। ये धातुएं आसानी से संक्षारित नहीं होतीं,
इसलिए आभूषण लंबे समय तक टिकते हैं।
- संयोजकता इलेक्ट्रॉन क्या हैं? सोडियम परमाणु में वर्तमान
संयोजी इलेक्ट्रॉन की संख्या बताइए।
- उत्तर:
- संयोजकता इलेक्ट्रॉन: वे इलेक्ट्रॉन जो परमाणु के
बाहरीतम कक्ष में होते हैं और रासायनिक संयोजनों में भाग लेते हैं।
- सोडियम में संयोजी इलेक्ट्रॉन: सोडियम में केवल 1 संयोजी इलेक्ट्रॉन होता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न [1×4=4]
- निम्नलिखित यौगिकों के संरचना सूत्र बनाए:
- (i) एथेनॉल (C₂H₅OH)
-
संरचना सूत्र: - (ii) बेंजीन (C₆H₆)
-
संरचना सूत्र: - (iii) डाईमैथिल इथर (C₂H₆O)
-
संरचना सूत्र:
- किन्हीं पाँच रासायनिक गुणों के आधार पर धातु और
अधातु में अंतर स्पष्ट करें।
- उत्तर:
|
गुण |
धातु |
अधातु |
|
1. इलेक्ट्रॉन खोने की प्रवृत्ति |
इलेक्ट्रॉन खोते हैं और धनायन
बनाते हैं |
इलेक्ट्रॉन प्राप्त करते हैं
और ऋणायन बनाते हैं |
|
2. विद्युत चालकता |
विद्युत और ताप के अच्छे चालक
होते हैं |
अधिकांश अधातु विद्युत और ताप
के कुचालक होते हैं |
|
3. ऑक्साइड का स्वभाव |
अधिकांश धातुओं के ऑक्साइड
क्षारीय होते हैं |
अधिकांश अधातुओं के ऑक्साइड
अम्लीय होते हैं |
|
4. अभिक्रिया का व्यवहार |
धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया
कर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करती हैं |
अधातु अम्लों के साथ
हाइड्रोजन नहीं बनाते हैं |
|
5. प्रकृति |
धातुएं दृढ़ और चमकदार होती
हैं |
अधातुएं भंगुर होती हैं और
इनमें चमक नहीं होती |
लघु उत्तरीय प्रश्न [4×3 = 12]
- सजीव के मुख्य लक्षण को लिखें।
- उत्तर:
- कोशिका: सजीवों में कोशिका होती है, जो
उनके जीवन का आधार है।
- विकास: सजीवों में विकास और वृद्धि होती है।
- प्रजनन: सजीव प्रजनन के माध्यम से अपनी संतति उत्पन्न करते हैं।
- उत्तरदायित्व: सजीव बाहरी परिवर्तनों के
प्रति प्रतिक्रिया देते हैं।
- उत्सर्जन: सजीव अपशिष्ट पदार्थों का उत्सर्जन करते हैं।
- श्वसन क्या है? जीवों में श्वसन कैसे होता है?
- उत्तर:
- श्वसन: श्वसन वह जैविक प्रक्रिया है जिसमें सजीव ऑक्सीजन का
उपयोग करके भोजन का ऑक्सीकरण करते हैं, जिससे ऊर्जा
प्राप्त होती है।
- श्वसन का प्रकार:
- एरोबिक श्वसन: इसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति
में शर्करा का ऑक्सीकरण होता है।
- एनेरोबिक श्वसन: इसमें ऑक्सीजन की अनुपस्थिति
में ऊर्जा उत्पन्न होती है, जैसे कि यीस्ट में।
- मनुष्यों में O₂ और CO₂ का
परिवहन कैसे होता है?
- उत्तर:
- O₂ का परिवहन: ऑक्सीजन को फेफड़ों से रक्त के
माध्यम से शरीर के विभिन्न हिस्सों तक हीमोग्लोबिन द्वारा ले जाया जाता है।
- CO₂ का परिवहन: कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन
रक्त में बाइकार्बोनेट आयन के रूप में होता है। कुछ CO₂ हीमोग्लोबिन से भी जुड़ा रहता है और श्वसन के दौरान बाहर निकाला
जाता है।
- उत्सर्जन क्या है? जंतुओं में उत्सर्जन कैसे होता
है?
- उत्तर:
- उत्सर्जन: यह प्रक्रिया है जिसमें जंतु अपने शरीर से विषाक्त या
अवांछनीय पदार्थों को बाहर निकालते हैं।
- जंतुओं में उत्सर्जन: जंतुओं में उत्सर्जन का प्रमुख
अंग गुर्दा है, जो रक्त को छानकर यूरिया, यूरिक एसिड और अन्य अपशिष्ट पदार्थों को मूत्र के रूप में शरीर से
बाहर करता है।
- पादप हार्मोन क्या हैं? पादप हार्मोन के कार्यों को
लिखें।
- उत्तर:
- पादप हार्मोन: पादप हार्मोन वे रासायनिक
पदार्थ हैं जो पौधों की वृद्धि, विकास और अन्य कार्यों
को नियंत्रित करते हैं।
- मुख्य पादप हार्मोन और उनके कार्य:
- ऑक्सिन: पौधे की लंबाई में वृद्धि करता है।
- जिबरेलिन: बीज अंकुरण को प्रोत्साहित करता है।
- साइटोकिनिन: कोशिका विभाजन और शाखाओं के विकास को बढ़ावा देता है।
- एथिलीन: फल पकने में सहायक होता है।
- एब्सिसिक अम्ल: पौधे की पत्तियों और फलों के
झड़ने को नियंत्रित करता है।
- प्रकाश-संश्लेषण क्या है? इसकी रासायनिक अभिक्रिया का
समीकरण लिखें।
- उत्तर:
- प्रकाश-संश्लेषण: यह प्रक्रिया है जिसमें हरे
पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का
उपयोग कर भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
-
रासायनिक अभिक्रिया:
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न [1×5 = 5]
- मनुष्य आहरनाल के संरचना का सचित्र वर्णन करें।
- उत्तर:
- आहरनाल: मनुष्यों का आहरनाल एक लंबी नली होती है जिसमें विभिन्न
अंग शामिल होते हैं। इसका कार्य भोजन का ग्रहण, पाचन
और अवशोषण करना है।
- संरचना:
- मुख: भोजन का
प्रवेश स्थल होता है।
- ग्रासनली: भोजन को पेट तक पहुँचाती है।
- पेट: यहाँ
भोजन का पाचन और गैस्ट्रिक रस का स्राव होता है।
- छोटी आंत: यह पाचन का मुख्य स्थान है और यहाँ से पोषक तत्वों का
अवशोषण होता है।
- बड़ी आंत: यहाँ जल का अवशोषण होता है और अपशिष्ट पदार्थ मल के
रूप में एकत्र होते हैं।
- चित्र: (मानव आहरनाल का चित्र जिसमें मुख, ग्रासनली, पेट, छोटी आंत
और बड़ी आंत आदि प्रमुख भाग दिखाए गए हों।)
- न्यूरॉन के संरचना एवं कार्यों का सचित्र वर्णन
करें।
- उत्तर:
- न्यूरॉन: यह एक तंत्रिका कोशिका है जो तंत्रिका तंत्र की मूल
इकाई है और मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों में संदेशों का संचार करती है।
- संरचना:
- डेंड्राइट्स: ये तंतु हैं जो संकेतों को
अन्य न्यूरॉन्स से प्राप्त करते हैं।
- सेल बॉडी (कोशिका शरीर): यह न्यूक्लियस और अन्य
कोशिकीय अंगों को संजोता है।
- एक्सोन: यह लंबा तंतु है जो तंत्रिका संकेतों को कोशिका शरीर
से दूर ले जाता है।
- साइनैप्स: यह वह स्थान है जहाँ दो न्यूरॉन्स के बीच संकेतों का
आदान-प्रदान होता है।
- कार्य: न्यूरॉन्स विद्युत संकेतों के रूप में संदेशों का संचार
करते हैं, जिससे शरीर के अंगों और मस्तिष्क के बीच
संचार संभव होता है।
- चित्र: (न्यूरॉन का चित्र जिसमें डेंड्राइट्स, सेल बॉडी, एक्सोन और साइनैप्स को दिखाएं।)
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